Ardra nakshatra(आद्रा नक्षत्र)
नमस्कार आज के लिए मैं हम जानेंगे नक्षत्र आर्द्रा के विषय में इस (Ardra naksahtra) नक्षत्र के देवता इस नक्षत्र के पेड़ पौधे इस नक्षत्र में जन्मे व्यक्ति विशेषता उनका स्वभाव केयर लव लाइफ नाम शोहरत पैसा वैसे नक्षत्र की कुल संख्या 27 है जिसमें आद्रा नक्षत्र का नाम भी आता है और यह आद्रा नक्षत्र छठे नंबर पर आता है. आद्रा नक्षत्र तारे वाला मनी के समान दिखता है , इस हीरे या वज्र का आकार भी हम कह सकते हैं आद्रा नक्षत्र में उत्पन्न व्यक्ति और दूरदर्शी होता है इसलिए अपने कार्यों पर पछताना जैसे उसकी नियति हो यद्यपि वह स्वभाव से किसी का दिल दुखाने का नहीं सोचता परंतु सबके साथ पूर्वक अपना संबंध मधुर संबंध रखता है वाणी होती है उसकी किंतु उसके व्यवहार और स्वभाव के अनुसार प्रतिफल नहीं मिलता इसलिए पश्चात आप ही उसकी नियति बन जाती है पश्चाताप ज्यादा करते हैं।
(Ardra nakshatra)आद्रा नक्षत्र के वृक्ष- आम और बेल
वेदांग ज्योतिष के अनुसार जन्म नक्षत्र के देवता के आधार पर प्राचीन काल में नाम रखने की प्रथा की जैसे एक रिश्ता क्या नक्षत्र में जन्म हो तो जाता अग्नि देवता होने से उपसर्ग में अग्नि स्थान दिया जाता था अग्नि देव, अग्नि सेन, अग्नि पाल, अग्निश, अग्नि प्रसाद,ठीक इसी प्रकार जन्म नक्षत्र आद्रा नक्षत्र हो तो इसके देवता शिव, गिरीश, पशुपति, ईशान, चंद्रचूड़, चंद्रमौली, चंद्रधर, आदि नाम रखना योग्य माना गया है प्राचीन में नामकरण का आधार नक्षत्र नक्षत्र देवता
इष्ट देवता कुल परंपरा माता पिता के नाम गोत्र आदि आधारित होता हैं। इस नक्षत्र में जन्मे व्यक्ति इस नक्षत्र का स्थान उसके बाल पर होता है वही पराशर ऋषि के अनुसार आद्रा नक्षत्र का स्थान कहां होता है।
आद्रा नक्षत्र में व्यक्ति का स्वभाव
आद्रा नक्षत्र में जन्म लेने वाले जातक का स्वभाव उग्र, कठोर भाषण, दबंग, हेकड़ी से काम निकालने वाले तथा परस्त्री गमन ,व्यवसायिक चतुर, चालाक, ठग, फूट डालने में कुशल, कार्य सिद्धि के लिए तांत्रिक क्रिया तक करने वाले, आत्माओं को वश में रखने वाले, जादूगर, सम्मोहन करने वाले, शातिर, बदमाश, हथियारों के व्यवसाय, सैनिक, योद्धा, रस पदार्थ, फ्रूट जूस, शराब, पानी का व्यवसाय, ड्राई क्लीनर्स, शल्य चिकित्सा इसी के अंतर्गत आते हैं।
आद्रा नक्षत्र के देवता (Ardra nakshatra) -
आद्रा नक्षत्र (Ardra nakshatra) के देवता महाकाल रूद्र है अर्थात लोगों में आक्रामकता प्रहार क्षमता और स्वयं को ही सदा सही मानने का स्वभाव अहंकार पाया जाता है तथा इनको क्रोध बहुत तीव्रता से आता है।
आद्रा नक्षत्र के चरण (Ardra nakshatra)-
1. यदि आद्रा (Ardra nakshatra) प्रथम चरण में जातक का जन्म हुआ हो तो उसका रंग गोरा, लाल आंखें, सुंदर नाक, मध्य भरा हुआ शरीर बुद्धिमान, बड़े चेहरे वाले, काली घने भौहें, वाणी में चतुर होता है।
2. आद्रा नक्षत्र (Ardra nakshatra) के द्वितीय चरण में यदि जातक का जन्म हुआ हो तो सुंदर आइब्रो सुंदर माथा, कामुक स्वभाव, चौड़ी छाती, आदि।
3. आद्रा नक्षत्र (Ardra nakshatra) के तीसरे चरण में यदि जातक का जन्म हुआ हो तो बड़ा मुख मंडल, विकसित भुजा, बड़ा मायावी और साफ नजरों वाला होता है।
4. आद्रा नक्षत्र (Ardra nakshatra) के चौथे चरण में यदि जातक का जन्म हुआ हो शहद के रंग वाली आंखें हमेशा बुदबुदाने वाला, खुद से बात करने वाला, सुंदर काया, धोखेबाज, चंचल, स्वभाव, सुंदर औरत, और धैर्य रखने वाला हो।
वैवाहिक स्थिति
इनका वैवाहिक स्थिति परेशानी भरा हो सकता है . यदि ये अपने गुस्से पर काबू न करे तो। इनकी होने वाला पार्टनर बहुत समझदार, मेहनती और साथी के प्रति वफादार होते है। इनका जीवन साथी बहुत सफल होते है अपने कार्य क्षेत्र में।
इस नक्षत्र के के बुरे प्रभाव से बचने के लिए आप शिव की पूजा आराधना नियमित रूप से करे तो इस नक्षत्र का बुरा प्रभाव नहीं पड़ता, तथा नक्षत्र का अच्छा प्रभाव होने से सफलता प्राप्त करना बहुत आसान हो जाता है।
admin
October 8, 2024 at 4:53 am
Ha Bilkul Kar sakte hai